पी.ए.यू. में दूसरी सरकार किसान मिलनी में पंजाब भर से किसान शामिल हुए  

पंजाब की चुनौतियों के हल के लिए खेती को लाभप्रद पेशा बनाना अनिवार्य: कृषि मंत्री  

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : आज पी.ए.यू. में दूसरी सरकार किसान मिलनी करवाई गई। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरपरस्ती अधीन हुई इस मिलनी की अध्यक्षता कृषि, किसान कल्याण और प्रवासी मामलों के मंत्री स. कुलदीप सिंह धालीवाल ने की। पंजाब के पशु पालन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर इस समारोह में विशेष मेहमान के तौर पर शामिल थे। पीएयू के वाइस चांसलर डॉ. सतबीर सिंह गोसल इस मिलनी में मुख्य मेहमान के तौर पर शामिल थे। श्री सुमेर सिंह गुर्जर, प्रमुख सचिव कृषि, किसान कल्याण आयोग के चेयरमैन डॉ. सुखपाल सिंह, पनसीड के चेयरमैन महिन्दर सिंह सिद्धू, पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर बीएस घूम्मन, गडवासू के वाइस चांसलर डॉ. इन्दरजीत सिंह, पूर्व निदेशक बाग़बानी डॉ. गुरकंवल सिंह विशेष तौर पर मौजूद रहे।  
इस मिलनी का उद्देश्य आने वाले समय में कृषि नीति बनाने के लिए पंजाब के किसानों के साथ सलाह-परामर्श करना और उनकी राय को जानना था। इस मिलनी में पंजाब भर से हज़ारें की संख्या में किसान शामिल हुए। दर्जनों स्टॉलें और किसानों ने अपनी रूचि के अनुसार फ़सल की बिजाई और अन्य मुद्दों संबंधी माहिरों के साथ सलाह-परामर्श किया। सलाह-परामर्श हॉल में कृषि मंत्री ने हर स्टॉल पर रुककर किसानों के साथ बातचीत की, उनकी शिकायतें सुनी और उनके सुझाव एवं समस्याओं के हल के बारे में किसानों के नज़रिए को जाना। बाद में मुख्य पंडाल में पहुँचकर उन्होंने किसानों को संबोधित किया।  
कृषि मंत्री स. कुलदीप सिंह धालीवाल ने इस मौके पर बोलते हुए कहा कि इस मिलनी के दो उद्देश्य हैं। पहला रिवायती फ़सलीय चक्र में से किसानों को बाहर निकालने के लिए किसानों की राय और सुझावों को जानना और दूसरा इन सुझावों के आधार पर पंजाब की नई कृषि नीति को बनाना। कृषि मंत्री ने पिछले समय के दौरान मौजूदा सरकार द्वारा कृषि की बेहतरी के लिए की गई सभी कोशिशों का विशेष जि़क्र किया। उन्होंने कहा कि फ़सल खरीद की तत्काल और पारदर्शी नीति बनाई गई है। सरकार ने गन्ने का बकाया किसानों को अदा कर दिया है और साथ ही गन्ने की कीमत में वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि कृषि चुनौतियों का ही नहीं बल्कि पंजाब की समस्याओं के हल के लिए खेती को लाभप्रद पेशा बनाना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि आने वाली 30 जून को लागू होने जा रही कृषि नीति में किसानों के सुझाव शामिल किए जाएंगे। उन्होंने विदेशी किसानों के शामिल होने का स्वागत किया और उनके तजुर्बों को पंजाब के किसानों के साथ साझे करने के लिए प्रेरित किया। कृषि मंत्री ने कहा कि पानी के सुचारू हल के लिए सरकार वचनबद्ध है। 97 प्रतिशत कपास पट्टी में नहरी पानी को ठीक समय पर पहुँचाना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा पानी, बिजली, बीजों के वितरण को पारदर्शी बनाना सरकार का मुख्य मंतव्य है। कृषि मंत्री ने पराली के प्रबंधन को पीएयू की सिफारिशों के अनुसार करने की अपील की। स. धालीवाल ने गेहूँ धान के फ़सलीय चक्र में से निकालकर कृषि विविधता के तौर पर सब्जियाँ, फलों और मक्का आदि की कृषि, मंडीकरण और प्रोसेसिंग के लिए योग्य नीति बनाने की तरफ सरकारी पहल का हवाला दिया। स. धालीवाल ने कम पानी के उपभोग वाली धान की किस्मों पीआर-126 और बासमती की कृषि पर विशेष ज़ोर दिया। कृषि मंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार का सपना पंजाब की कृषि को फिर से शिखर की ओर लेकर जाने के लिए हर संभव कोशिश करना है।  
पशु पालन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि सरकार की यह पहल किसानों के तजुर्बों को सम्मान देने वाली है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पशु पालकों के साथ भी ऐसी मिलनी का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि पशु पालन संबंधी अच्छी नीति बनाकर और सहायक धंधे प्रफुलित किए जाएंगे, ताकि विदेश जाने के रुझान को खत्म किया जा सके। उन्होंने दूध की घरेलू ज़रूरत की पूर्ति के लिए पशु पालन पर ज़ोर दिया।  
पी.ए.यू. के वाइस चांसलर डॉ. सतबीर सिंह गोसल ने इस मौके पर स्वागती शब्द बोलते हुए कहा कि पी.ए.यू. के परिसर में यह नवीन मिलनी दूसरी बार हो रही है, जिसमें पूरे पंजाब से किसान शामिल हो रहे हैं। डॉ. गोसल ने बताया कि 12 फरवरी को हुई पहली मिलनी में 15 हज़ार के करीब किसान शामिल हुए थे, इस बार यह संख्या पहले की अपेक्षा कहीं अधिक है। पहली मिलनी से प्राप्त किसानों के सुझावों के अनुसार पीएयू अपनी कृषि अनुसंधान और प्रसार को नए दिशा-निर्देश दे रही है। उन्होंने प्रवासी किसानों का स्वागत करते हुए बताया कि पाँच देशों से पंद्रह प्रगतिशील किसानों का इस मिलनी और किसान सम्मेलन में जुडऩा हमारा हौसला बढ़ाने के लिए कारगर कदम है। डॉ. गोसल ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने आने वाले खरीफ की फ़सल सीजन के लिए कम पानी का उपभोग करने वाली किस्मों की सिफारिश की है। साथ ही उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी का मंतव्य किसानों की आमदन में वृद्धि करना और पर्यावरण समर्थकीय कृषि को प्रोत्साहित करना है।  
इस मौके पर प्रवासी किसान केवल सिंह बासी, मिंटू बराड़, आश्राकार सिंह गरेवाल, राजिन्दर सिंह मंड, अमनदीप सिंह सिद्धू, रुमेल सिंह तूर, डॉ. बिक्रम सिंह गिल, गुररीत बराड़, हरदीप सिंह, गुरराज सिंह ढिल्लों, डॉ. इन्दर मान, गुरिन्दर सिंह औजला, जगबीर सिंह शेरगिल को सम्मानित किया गया।  
कृषि मंत्री और पशु पालन मंत्री को यूनिवर्सिटी द्वारा सम्मान चिह्न से नवाज़ा गया।  
इस मौके पर दो किताबें जारी की गईं। इनमें डॉ. तेजिन्दर सिंह रियाड़, मिस शीतल चावला और कुलबीर कौर की कॉफी टेबल किताब किसानों और कृषि वैज्ञानिकों का अटूट रिश्ता और डॉ. शीतल थापर, डॉ. नरिन्दरपाल सिंह, डॉ. विशाल बैकटर और डॉ. आशु तूर की किताब ‘द रूट्स ऑफ प्रोसपैरेटी’ जारी की गई।  
अंत में धन्यवाद की जि़म्मेदारी डॉ. गुरविन्दर सिंह, निदेशक कृषि ने निभाई।  

प्रशासन के साथ मिल कर पार्षद ने सेक्टर 35 में एक ड्राइव चलाई

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : चंडीगढ़ के सेक्टर 35 बी के पार्क में  एक पब्लिक टॉयलेट का कई सालों से दुरुपयोग किया जा रहा था । सेक्टर 35 के निवासी व पार्क में घूमने वाले लोग , कई बार शिकायत लगाते थे कि इस पुराने ख़ाली टॉयलेट में कई अवैध काम किए जाते हैं। सभी की इच्छा थी कि इस व्यर्थ टॉयलेट को तोड़ दिया जाए ताकि उनके क्षेत्र में शांति बनी रहे । इसे देखते हुए वार्ड न० 23 की पार्षद प्रेमलता ने चंडीगढ़ कमिश्नर आनंदिता मित्रा के साथ इस विषय पर चर्चा की व  प्रशासन के साथ मिलकर एक ड्राइव चलाने का फौसला लिया। क्रेन की मदद से टॉयलेट तोड़ा गया। पार्षद ने इस काम के लिए कमिश्नर आनंदिता मित्रा , चीफ़ एन०पी शर्मा , कृष्ण पाल , जँगशेर व गुरचरण , विषबजीत का धन्यवाद किया ।

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने नर्सों को स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ बताया, मानवता की सेवा में उनकी भूमिका की सराहना की

पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य सेवा में नर्सों के योगदान को दर्शाने वाला पोस्टर किया जारी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की पूर्व संध्या पर पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने गुरुवार को पंजाब की नर्सों का मानवता के कल्याण के लिए उनकी नि:स्वार्थ और समर्पित सेवा के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, ‘‘नर्सें स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ हैं, और स्वास्थ्य देखभाल को और अधिक बेहतर बनाने में उनका अनुभव और विशेषज्ञता महत्वपूर्ण है। पंजाब में, नर्सें कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी सेवाएँ देने में सबसे आगे रही हैं और नर्सों द्वारा रोगियों को महामारी के दौरान महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान किया गया एवं महामारी के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान नर्सों ने मरीज़ों के साथ-साथ अपने परिवार की भी देखभाल की।’’ डॉ. बलबीर सिंह ने आगे कहा कि स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में नर्सों की अहम भूमिका और लोगों के स्वास्थ्य एवं कल्याण मेें उनके महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करना एवं मान्यता देना अति-महत्वपूर्ण है।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 12 मई को विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो नर्सों द्वारा स्वास्थ्य सेवा और समग्र रूप से समाज को दिए गए असाधारण योगदान को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को फ्लोरेंस नाइटिंगेल, एक नर्स जिन्होंने मानवता की सेवा के लिए काम किया और 1853-1856 के क्रीमिया युद्ध के दौरान समर्पण के साथ निस्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाते हुए कई सैनिकों की जान बचाई, को श्रद्धांजलि के रूप में चिह्नित किया जाता है। वर्ष 1974 में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सिंग ने इस दिन को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाने की मंजूरी दी।
डॉ. बलबीर सिंह ने आगे कहा, ‘‘मैं इस अवसर पर नर्सिंग पेशे और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में उनके द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका के लिए अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त करता हूँ।’’ उन्होंने सभी नर्सों का अपने पेशे, रोगियों और समाज के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।
डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आदर्शपाल कौर ने बताया कि पंजाब का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग इस अवसर पर राज्य भर में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन कर रहा है। उन्होंने नर्सों को बधाई दी और रोगियों की देखभाल में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक नर्स की सेवाओं के बिना एक मरीज के समग्र उपचार की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं, जो स्वास्थ्य संस्थानों में महत्वपूर्ण रोगी देखभाल सेवाएँ प्रदान करती हैं।
निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (परिवार कल्याण) डॉ. रविंदरपाल कौर ने कहा कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की थीम ‘‘हमारी नर्सें हमारा भविष्य’’ का उद्देश्य नीति निर्माताओं, जनता और हितधारकों, जो स्वास्थ देखभाल प्रदान करने और वित्त सम्बन्धी फ़ैसले लेते हैं, सामने लाकर नर्सों और उनके उज्जवल भविष्य पर प्रकाश डालना है। उन्होंने आगे कहा कि हम अपनी नर्सों का समर्थन करना जारी रखेंगे।  
 इस अवसर पर डॉ. रविन्दरपाल कौर ने डायरैक्टर नेशनल हैल्थ मिशन डॉ. एस.पी. सिंह के साथ अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर नर्सों के योगदान को दर्शाता पोस्टर रिलीज़ किया। इस अवसर पर प्रिंसिपल एस.आई.एच.एफ.डब्ल्यू डॉ. जसविन्दर कुमारी और स्टेट प्रोग्राम अफ़सर (एम.सी.एच.) डॉ. इन्दरदीप कौर भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री द्वारा धूरी से ‘सरकार आपके द्वार’ प्रोग्राम की शुरुआत  

प्रशासन को लोगों के दर पर लाने के वायदे को पूरा किया  
 राज्य भर में अति-आधुनिक सुविधाओं से स्वास्थ्य देखभाल संस्थाएँ अपग्रेड करने का ऐलान  

 लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए प्राकृतिक जल स्रोतों के बाँध मज़बूत किए जाएंगे  

 किसान संगठनों को बेवजह आंदोलन का रास्ता न अपनाने की अपील  

 पंजाब के हरेक सार्वजनिक थर्मल प्लांट के लिए 40 दिन का कोयला आरक्षित  

धान के आगामी सीजन के लिए 24 घंटे बिजली की आपूर्ति करने के लिए उचित प्रबंध किए


डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने धूरी विधानसभा हलके से ‘सरकार आपके द्वार’ नाम अधीन लोक हितैषी पहल की शुरुआत करते हुए कहा कि यह कदम पंजाब के लोगों के घर-घर जाकर उनको नागरिक केंद्रित सेवाएँ प्रदान करने के लिए मील पत्थर साबित होगा।  
अपने किस्म के अलग प्रयास की शुरुआत के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह रास्ते से हटकर पहल है, जिसका उद्देश्य अफसरशाही को सीधे तौर पर लोगों प्रति जवाबदेह बनाना है, जिससे लोगों को और अधिक ताकत मिलती है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रोग्राम प्रशासन को लोगों के दरवाज़े पर लाएगा, जिससे उनको असली अर्थों में शक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह कदम मानव संसाधन के सर्वोत्तम प्रयोग के साथ-साथ विभिन्न कल्याण प्रोग्रामों को समय पर लागू करने को सुनिश्चित बनाने में बहुत सहायक होगी। भगवंत मान ने कहा कि इस लोक हितैषी प्रयास का लोगों को बहुत फ़ायदा होगा, क्योंकि उनको सेवाएं हासिल करने के लिए सरकारी दफ़्तरों में परेशान नहीं होना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि धूरी को राज्य भर में मॉडल हलके के तौर पर विकसित किया जाएगा, क्योंकि इस धरती से अति-आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करने के साथ-साथ नए युग की शुरुआत होगी। भगवंत मान ने कहा कि धूरी शुगर मिल का मसला जल्द ही हल किया जाएगा और किसानों के हितों की हर तरह से रक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों और राज्य के कल्याण को हर कीमत पर सुनिश्चित बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुमूल्य जल स्रोतों के संरक्षण के लिए घग्गर जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों के बाँध मज़बूत कर इनको पुनरूद्धार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन जल स्रोतों की समय पर सफ़ाई को सुनिश्चित बनाया जाएगा, जिससे नहरी पानी के अधिक से अधिक प्रयोग को सुनिश्चित बनाया जा सके। भगवंत मान ने कहा कि भूजल के स्तर को और अधिक नीचे जाने से रोकना समय की ज़रूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भूजल को बचाने के लिए नहरी पानी के अधिक से अधिक प्रयोग के लिए बड़े कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि इस समय पर पंजाब अपने नहरी पानी का केवल 33 प्रतिशत से 34 प्रतिशत ही इस्तेमाल कर रहा है और आने वाले दिनों में इसमें और अधिक वृद्धि की जाएगी। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि यदि पंजाब पहले पड़ाव में नहरी पानी के प्रयोग को 60 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है तो कुल 14 लाख में से करीब चार लाख ट्यूबवैल बंद हो सकते हैं, जिससे पानी की बचत में मदद मिलेगी।  
मुख्यमंत्री ने किसानों को पानी के अधिक उपभोग वाली धान की किस्मों की कृषि करने से गुरेज़ करने की अपील करते हुए भूजल को बचाने के लिए पीआर-127 और 129 किस्में अपनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि राज्य के कीमती पानी को बचाना समय की मुख्य ज़रूरत है, क्योंकि पानी की कमी गंभीर मसला है और राज्य पहले ही डार्क ज़ोन (खतरे के स्तर तक) में जा चुका है। भगवंत मान ने आने वाली पीढिय़ों के लिए पानी बचाने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया।  
खेतों के अवशेष को आग लगाने की घटनाओं पर गहरी चिंता ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत ही दुभाग्यपूर्ण बात है कि कुछ किसान केवल अपना अडिय़ल व्यवहार दिखाने के लिए गेहूँ की फ़सल के अवशेष को आग लगाने से भी गुरेज़ नहीं करते। उन्होंने कहा कि यह अमानवीय बरताव न केवल उनके लिए बल्कि उनकी आने वाली पीढिय़ों और पर्यावरण के लिए भी गंभीर ख़तरा है। भगवंत मान ने किसान संगठनों को भी अपील की कि वह बेवजह आंदोलन का रास्ता न अपनाएँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सरकार के दरवाज़े बातचीत के लिए हमेशा खुले रहते हैं तो इन धरनों का कोई तुक नहीं बनता। एक मिसाल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा किए गए मूल्य कटौती के एवज़ में किसानों को मुआवज़ा देने का ऐलान पहले ही कर दिया था। यह बड़े अफ़सोस की बात है कि इसके बावजूद कुछ किसान संगठनों ने इस माँग को लेकर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है, जबकि उनकी सरकार ने यह माँग पूरी भी कर दी थी।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हमेशा ही पंजाब और इसके लोगों के हितों के लिए हरेक नागरिक की जायज़ माँग को गंभीरता से सुना है। उन्होंने कहा कि आज भी वह समाज के हर वर्ग की सच्ची माँगें सुनने के लिए तैयार हैं। हालाँकि, भगवंत मान ने कहा कि बिना किसी कारण के अनावश्यक धरने और आंदोलन ग़ैर-वाजिब हैं।  
धान के आगामी सीजन के दौरान निर्विघ्न बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के लिए अपनी सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि धान के सीजन के मौके पर बिजली की माँग को पूरा करने के लिए सभी प्रबंध मुकम्मल कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हरेक सार्वजनिक क्षेत्र के थर्मल प्लांट में 40 दिनों का कोयला पहले ही आरक्षित रखा गया है और धान के सीजन में बड़ी माँग को पूरा करने के लिए अन्य राज्यों से समझौता किया जा चुका है। भगवंत मान ने यह भी बताया कि पी.एस.पी.सी.एल. को अलग-अलग सैक्टरों की सब्सिडी के बदले पहले ही 20,200 करोड़ रुपए की अदायगी की जा चुकी है।  
बिजली बचाने के प्रयासों के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में सरकारी दफ़्तरों का समय बदला गया, जिस कारण राज्य सरकार रोज़ाना की 350 मेगावॉट बिजली की बचत करने में कामयाब हुई है। उन्होंने कहा कि अपनी किस्म के ऐसे पहले कदम से 15 जुलाई तक बिजली की 50 करोड़ रुपए की बचत होगी। भगवंत मान ने यह भी बताया कि इस अलग कदम से ट्रैफिक़ जाम की समस्या से भी बहुत हद तक निजात मिली है और हाल ही में करवाए गए एक अध्ययन में सामने आया है कि मोहाली की एयरपोर्ट रोड पर वाहनों का यातायात निर्विघ्न होने से रोज़ाना 7000 लीटर तेल की बचत हो रही है।  
लोगों को विकास की प्रक्रिया में सक्रिय हिस्सेदार बनने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने उनको सार्वजनिक फंड्स का सही प्रयोग को सुनिश्चित बनाने के लिए अपने-अपने क्षेत्र के विकास प्रोजैक्टों की निगरानी करने का न्योता दिया। उन्होंने यह भी बताया कि धूरी हलके के विकास कार्यों की निगरानी के लिए एस.डी.एम स्तर का अधिकारी तैनात किया जाएगा। भगवंत मान ने धूरी के लिए ट्रॉमा सैंटर बनाने के अलावा मौजूदा अस्पताल को अति-आधुनिक इलाज सुविधाओं के साथ अपग्रेड करने का ऐलान किया।  
 मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 71.36 करोड़ रुपए की लागत के साथ 118 किलोमीटर लम्बी 14 सडक़ों को नया रूप प्रदान किया जाएगा और इस सम्बन्धी टैंडर जल्द ही जारी किए जाएंगे। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि रेलवे ओवर ब्रिज (आर.ओ.बी.) का निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा और इस प्रोजैक्ट के लिए राज्य सरकार ने अपने हिस्से के 35 करोड़ रुपए की राशि भारत सरकार को पहले ही जमा करवा दी है। उन्होंने बताया कि 19.50 करोड़ रुपए की लागत से धूरी रजबाहे को भी नया रूप दिया जाएगा।  

एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने सुनीं कैफे हाउस व होटल मालिकों समस्याएं 

डेमोक्रेटिक फ्रंट 
                        हिसार/पवन सैनी

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव ने आज सनसीटी हाल, हिसार में हिसार के कैफे संचालको व होटल मालिकों से बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी व समाज को ड्रग मुक्त बनाने में सहयोग की अपील की । गौरतलब है कि पिछले दिनो हिसार मंडल में अनैतिक व गैरकानुनी गतिविधिय़ो की सूचना पर मंडल पुलिस ने दर्जनो होटलो व कैफे हाउस पर छापेमारी कर उनके खिलाफ कार्रवाही की, यह अभियान हिसार मंडल में अभी भी जारी है। उन्होने होटल मालिको से स्पष्ट कहा की आप अपने प्रतिष्ठान मे कोई अनैतिक व गैरकानूनी कार्य ना होने दे, जिससे समाज में गलत सन्देश जाये व हमारी युवा पिढी पथभ्रष्ट हो। आप समाज व युवाओं के हित को ध्यान में रखकर अपना दायित्व निभाएं, अपना कार्य बेखौफ होकर करे, पुलिस से आपको सुरक्षा मिलेगी व सम्मान भी, क्योकी पुलिस आपकी सुरक्षा के लिये है। उन्होने होटल संचालको से कहा कि आप किसी के संरक्षण में कोई अनैतिक अथवा गैरकानूनी कार्य करने के फिराक मे ना रहे, गलत राह बदलनी होगी । गैर कानूनी कार्य व रिश्वत खोरी दोनो समाज के लिये जहर है, इस उखाड़ फेंकने के लिये सहयोग करे। उन्होने कहा आप अपने होटल कैफे हाउस को प्रसिद्ध बनाये स्वच्छता के लिये, शुद्ध भोजन के लिये, विशेष व्यंजन के लिये। आपने अपना स्वरोजगार शुरू किया है व किसी दुसरे को भी रोजगार देने की हिम्मत रखते है, वास्तव में ऐसे युवाओं से मुझे बहुत स्नेह है, कहा किसी को सलाखों के पीछे पहुचाना हमारा मकसद नहीं, सिर्फ गलत प्रचलन, गलत राह बदलनी होगी, कोई अपने स्वार्थ व लालच के वशीभूत अपनी मर्यादायें लांघे यह ठीक नही। इस अवसर पर शहर व आसपास के कस्बों से सैकड़ों की तादाद में होटल व कैफे संचालक उपस्थित रहे, उन्होंने कुछ प्रश्न करके मार्ग दर्शन भी लिया।

एचएयू की डॉ. अनुश्री व पीएचडी छात्र संचित मंडल ने अनुसंधान प्रकाशन में नास रेटिंग की उच्चतम श्रेणी को पार किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट

 हिसार/पवन सैनी

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग में कार्यरत वैज्ञानिक डॉ. अनुश्री व पीएचडी छात्र संचित मंडल ने अनुसंधान प्रकाशन में नास रेटिंग की उच्चतम श्रेणी को भी पार किया है। प्रकाशित लेख लिगनिन मोडिफिकेशन एंड वैलोराइजेशन इन मेडिसिन, कॉस्मेटिक्स, एनवायरनमेंटल रीमिडिएशन, एंड एग्रीकल्चर: ए रिव्यू शीर्षक से अत्याधिक प्रतिष्ठित जर्नल एनवायरनमेंटल केमिस्ट्री लेटर्स, नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चर साइंस रेटिंग 20 में प्रकाशित किया गया है। इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने डॉ. अनुश्री व पीएचडी छात्र संचित मंडल को बधाई दी। साथ ही हौसला आफजाई कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि अनुसंधान एवं तकनीकी के क्षेत्र में वैज्ञानिक डॉ. अनुश्री व पीएचडी छात्र संचित मंडल ने अनुसंधान प्रकाशन में नास रेटिंग की उच्चतम श्रेणी को पार किया है। उन्होंने बताया कि प्रकाशित लेख बायोमास से लिगनिन निष्कर्षण, लिगनिन संशोधन तथा कृषि, चिकित्सा एवं पर्यावरण में संशोधित लिगनिन के अनुप्रयोग पर केंद्रित है। उन्होंने बताया कि अनुसंधान एवं शोध कार्य को आगे बढ़ाने के लिए हकृवि की ओर से बेहतर प्रयास कर प्रोत्साहित किया जाएगा।इस अवसर पर ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नीरज कुमार व रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. रजनीकांत शर्मा उपस्थित रहे।

वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं व विद्यार्थियों को क्रिएटिव इंडिया-इनोवेटिव इंडिया के स्लोग्न पर काम करने की जरूरत : डॉ. मंजू मेहता

– एचएयू में 10 दिवसीय बौद्धिक संपदा अधिकार व कृषि से संबंधित क्षेत्र में प्रौद्योगिकी व्यवसायीकरण विषय पर आयोजित प्रशिक्षण का हुआ समापन

डेमोक्रेटिक फ्रंट

 हिसार/पवन सैनी

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय के सभागार में ‘उच्च शिक्षण संस्थानों में बौद्धिक संपदा अधिकारों, प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण की उपयोगिता, विकास व अन्य विषयों’ पर 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसमें मुख्यातिथि के तौर पर मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय की निदेशक व कोर्स डायरेक्टर डॉ. मंजू मेहता उपस्थित हुई। यह प्रशिक्षण कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा प्रबंधन एकेडमी व मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय के आईपीआर प्रकोष्ठ द्वारा संयुक्त रूप से 2 से 11 मई तक हुई। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत में आईपीआर सैल इंचार्ज एवं सहायक निदेशक डॉ. विनोद ने सभी का स्वागत किया।मुख्यातिथि डॉ. मंजू मेहता ने बताया कि ‘उच्च शिक्षण संस्थानों में बौद्धिक संपदा अधिकारों, प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण की उपयोगिता, विकास व अन्य विषयों’ पर 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में अलग-अलग शिक्षण संस्थानों से आए विशेषज्ञों ने विभिन्न सत्र के माध्यम से प्रतिभागियों को विषयानुसार कई अहम जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर अत्यधिक प्रतिस्पर्धी व्यापार और आईपी परिदृश्य में मौजूदा चुनौतियों का सामना करने के लिए क्रिएटिव इंडिया-इनोवेटिव इंडिया के स्लोग्न पर वैज्ञानिकों, शिक्षकों, शोधकर्ताओं व विद्यार्थियों को काम करने की जरूरत है। तभी देश आईपी के क्षेत्र में आगे बढ़ सकेगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आईपीआर नीति के अनुसार बौद्धिक संपदा (आईपी) के निर्माण में उच्च शिक्षा संस्थानों की क्षमता को देखते हुए विश्वविद्यालय के संकाय के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण का बहुत महत्व है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण में दो प्रमुख पहलुओं यानी आईपीआर और प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण विषय को विभिन्न विशेषज्ञों के माध्यम से कवर किया। ट्रेनिंग में शामिल प्रतिभागियों को आईपी और संबंधित अधिकारों से भी अवगत करवाया गया ताकि वे आईपीआर की विभिन्न श्रेणियों और प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण के तहत सुरक्षा के लिए उपयुक्त प्रौद्योगिकियों की समय पर पहचान कर सकें। साथ ही प्रतिभागी अपने-अपने शिक्षण संस्थानों में जाकर ट्रेनिंग में सीखी बातों को लागू कर विद्यार्थियों को भी इससे अवगत करा सकें। उन्होंने बताया कि हकृवि को 20 पेटेंट, 11 कॉपीराइट, 7 डिजाइन और एक ट्रेडमार्क सहित 39 आईपीआर प्रदान किए गए हैं। उन्होंने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे आईपी विषय पर अच्छे ज्ञान, अधिकारों के अनुदान के लिए अधिक आईपी आवेदन दायर करने, जागरूकता फैलाने और दूसरों को भी इस विषय पर प्रेरित करेंगे। इसके बाद मुख्यातिथि ने सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति प्रमाण-पत्र वितरित कर उत्साहवर्धन किया।आईपीआर सैल इंचार्ज एवं सहायक निदेशक डॉ. विनोद ने 10 दिवसीय प्रशिक्षण की विस्तृत रिपोर्ट पेश की। इस प्रशिक्षण में ट्रेडमार्क रजिस्ट्री दिल्ली, एनआईपीईआर मोहाली, दिल्ली विश्वविद्यालय, लुवास हिसार, सीआर लॉ कॉलेज हिसार, कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर, कानूनी फर्म सीआईपीएलजीटी गुरुग्राम सहित बाहरी संस्थानों के विशेषज्ञों द्वारा 13 व्याख्यान दिए गए थे। विशेषज्ञों में डॉ. विक्रम सिंह, डॉ. चंदन चंदना, अधिवक्ता राजन, डॉ. विकास, डॉ. आर.बी श्रीवास्तव, डॉ. नरेश ने पेटेंट अधिनियम 1970, डिजाइन जैसे विभिन्न आईपीआर विषयों पर व्याख्यान दिए। साथ ही प्रतिभागियों का आंकलन करने के लिए एक प्री टेस्ट भी लिया गया। उन्होंने बताया कि प्रतिभागियों को एबिक, मशरूम लैब व बायो-फोर्टिलाइजर लैब का भी भ्रमण करवाकर कई अहम जानकारियां दी गई।कार्यक्रम के दौरान डॉ. वीरेंद्र हुड्डा ने अपने अनुभवों को कविता के माध्यम से बेहतरीन प्रस्तुति दी व प्रतिभागी डॉ. सरोज यादव ने अनुभवों को साझा किया। डॉ. योगेंद्र यादव ने भी अनुभवों को शेयर कर सभी का आभार जताया। मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ. अर्पणा भी मौजूद रही। पाठ्यक्रम समन्यवक डॉ. जयंती टोकस ने मंच का संचालन किया। अंत में डॉ. अमोघवर्शा ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया नारनौंद उपमंडल के गांव सिंधड़ में प्राथमिक सेवा केंद्र का उद्घाटन

55 दुर्लभ बीमारियों से ग्रसित मरीजों को आर्थिक सहायता देगी प्रदेश सरकार

डेमोक्रेटिक फ्रंट

 हिसार/पवन सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरूवार को यमुनानगर में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में 17 जिलों में लगभग 232 करोड़ रुपये की लागत से बने 46 स्वास्थ्य संस्थानों का उद्घाटन किया। इन संस्थानों में हिसार के नारनौंद उपमंडल के गांव सिंधड़ का प्राथमिक सेवा केंद्र भी शामिल हैं। यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिसाय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आरंभ किया गया है। इससे क्षेत्र की 23 हजार की अधिक की आबादी को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। सिंधड़ में प्राथमिक सेवा केंद्र के निर्माण पर लगभग 290 लाख रुपये की लागत आई है। इस अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त नीरज ने नगराधीश राजेश खोथ, गांव के वर्तमान सरपंच सुंदर सिंह तथा पूर्व सरपंच सत्यवान के साथ प्राथमिक सेवा केंद्र का लोकार्पण किया। इस मौके पर पीएमओ डॉ रत्ना भारती, डिप्टी सीएमओ डॉ तरुण, डॉ मीनू, डॉ विकास सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल माध्यम से जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित भी किया। इस दौरान 55 दुर्लभ बीमारियों से ग्रसित मरीजों को सरकार की ओर से 2750 रुपये प्रति माह पेंशन देने तथा प्राथमिक सेवा केंद्र के स्तर तक ईसीजी व एक्स-रे की मशीनें उपलब्ध करवाने की भी घोषणा की गई, ताकि लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उनके नजदीकी स्थानों पर मिले।

प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र भानू में श्री राजेश शर्मा उप महानिरीक्षक एवं श्री विक्रान्‍त थपलियाल, सेनानी के स्‍थाई स्‍थानान्‍तरण के अवसर पर विदाई समारोह का किया गया आयोजन । 

डेमोक्रेटिक फ्रंट 
      महानिरीक्षक ईश्‍वर सिंह दूहन, , प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र, भारत तिब्‍बत सीमा पुलिस बल , भानू पंचकूला, के कुशल मार्ग दर्शन में, प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र भानू में श्री राजेश शर्मा, उप महानिरीक्षक एवं श्री विक्रान्‍त थपलियाल, सेनानी के स्‍थाई स्‍थानान्‍तरण पर प्रस्‍थान करने के अवसर पर संस्‍थान के अधिनस्‍थ अधिकारी मैस में बडे भूमधाम के साथ विदाई समारोह का आयोजन किया गया । इस अवसर पर प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र के बिग्रेडियर श्री गुरिन्‍दरपाल सिंह गिल उप महानिरीक्षक , अधिकारी गण एवं अधिनस्‍थ अधिकारी गण उपस्थित रहे । जैसा कि भारत तिब्‍बत सीमा पुलिस बल में तैनात सभी पदाधिकारियों को उनके वर्तमान तैनाती स्‍थल पर निर्धारित कार्यकाल पूर्ण करने पर, उनकी सेवाओं का अधिक लाभ उठाने के लिए उन्‍हे बल की अन्‍य इकाईयों में स्‍थानान्‍तरण किया जाता है । प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र से श्री राजेश शर्मा, उप महानिरीक्षक एवं श्री विक्रान्‍त थपलियाल, सेनानी का स्‍थाई स्‍थानान्‍तरण कमश: भारत तिब्‍बत सीमा पुलिस अकादमी मंसूरी एवं 55वी वाहिनी में होने पर इन अधिकारियों को इस संस्‍थान से स्‍थानान्‍तरण प्रस्‍थान करने के अवसर पर इनके सम्‍मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया । अधिकारियों के सम्‍मान सामारोह में केन्‍द्र के अधिकारियों एवं अधिनस्‍थ अधिकारियों ने बढ चढ कर भाग लिया ।            श्री ईश्‍वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक , प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र , भानू ने इन अधिकारियों के स्‍थाई स्‍थानान्‍तरण पर इनके द्वारा इस संस्‍थान में किए गए कार्यो के बारे में जानकारी दी गई और इनके कार्यो की सराहना की गई। इस समारोह में इन अधिकारियों को उपहार भेंट करके सम्‍मानित किया गया और इनको अपने नई तैनाती स्‍थल पर भी लगन एवं मेहनत से कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया । साथ ही भविष्‍य में उनके एवं उनके परिवार के सुखद जीवन की कामना के साथ समारोह का समापन किया गया ।  

हरियाणा की लगभग 162 पीएचसी को किया चिन्हित, जिन्हें तोडकर नया बनाया जाएगा और इनका डिजाईन एक जैसा होगा : स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज 

पीएचसी स्तर पर ईसीजी और एक्सरे की सुविधा करवाई जाएगी मुहैया : अनिल विज 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 11       मई  :

हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य की लगभग 162 पीएचसी को चिन्हित किया गया है जिन्हें तोडकर नया बनाया जाएगा और इनका डिजाईन एक जैसा होगा। इसके अलावा, पीएचसी स्तर पर ईसीजी और एक्सरे की सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी। विज आज यमुनानगर में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कर-कमलों  से 46 स्वास्थ्य सेवाओं के उदघाटन किए जाने के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। 

विज ने कहा कि ‘‘मैंने अपने विभाग को आदेश दिया है कि जितनी भी टूटी-फूटी हमारी पीएचसी है उनको तोडक़र नई पीएचसी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि कभी जमाना था जब एक टूटी फूटी पीएचसी/अस्पताल में एक डाक्टर बैठा होता था और सामने 200-300 मरीजों की लाइन लगी होती थी, जब तक हम एनवायरमेंट नहीं बदलेंगे हम उनसे पूरी तरह से नतीजे नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि ‘‘मैंने आदेश दिए हैं कि पीएचसी लेवल तक ईसीजी और एक्सरे मषीन की सुविधा मुहैया करवाई जाए’’। उन्होंने कहा कि इस सुविधा को मुहैया करवाने के लिए विभाग ने योजना तैयार कर दी है ताकि लोगों को अच्छी सुविधा मुहैया कराई जा सके। 

डब्ल्यूएचओ जीएमपी दवाई और यूएस-एफडीए प्रमाणित उपकरणों को लिया जा रहा है- विज 
श्री विज ने कहा कि हमारी सरकार आने से पहले यहां पर नीली-पीली गोलियां देकर लोगों का इलाज किया जाता था लेकिन जब से हमारी सरकार आई है हमने फैसला किया है कि हम जो भी दवाई लेंगे वह डब्ल्यूएचओ जीएमपी लेंगें और हम उससे नीचे के मापदण्ड की कोई दवाई नहीं ले रहे हैं। इसी प्रकार, यूएस-एफडीए प्रमाणित उपकरणों को अस्पतालों हेतू लिया जा रहा है क्योंकि जब तक अच्छे उपकरण नहीं होंगें तब तक डाक्टर अच्छा इलाज नहीं कर सकते। 

चार जिलों में कैथलैब संचालित- विज

उन्होंने कहा कि एक समय था जब अस्पतालों में एक्सरें की मशीन भी नहीं हुआ करती थी हम आज कोशिश कर रहे हैं कि सभी जिला अस्पतालों में एक्सरे की मशीन,  अल्ट्रासाउंड,  एमआरआई और कैथ लैब संचालित हो। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य के चार जिलों में कैथ लैब संचालित हैं जिनमें अंबाला, फरीदाबाद और गुरूग्राम शामिल है और हम अब तक हजारों लोगों का जिंदगी बचा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच के कारण हम स्वास्थ्य विभाग का ढांचा पूरी तरह से बदलना चाहते हैं।

एक निर्णय से 400 निजी अस्पताल हुए एनएबीएच- विज

विज ने कहा कि हमने एम्पैनलमेंट की नीति में बदलाव किया है कि एनएबीएच अस्प्तालों को ही एम्पैनल  करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे एक निर्णय से राज्य के लगभग 400 निजी अस्पताल एनएबीएच हो गए। इसी प्रकार से सरकारी अस्पतालों को एनक्वेष मापदण्ड से सर्टिफाईड किया जा रहा हैं। इसके अलावा, ई-उपचार के माध्यम से सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को आपस में जोडा जा रहा है ताकि सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में ऑनलाईन के माध्यम से मरीजों की जानकारी उपलब्ध हो सकें।

उन्होंने कहा कि हम अंबाला शहर, अंबाला छावनी, यमुनानगर, पानीपत सहित अनेक स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग को पूरी तरह से बदलने की कोशिश की जा रही है और उसी कोशिश में आज 46 स्वास्थ्य सेवाएं ओर जुडऩे जा रही हैं जिसमें सिवानी, भिवानी, करनाल इत्यादि के अस्पताल है। उन्होंने कहा कि आज का दिन हरियाणा के इतिहास में एक स्वर्णिम दिन के नाम से जाना जाएगा क्योंकि आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कर-कमलों से बटन दबाकर हरियाणा के 17 जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं का उद्घाटन किया जा रहा है। 

स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारी सरकार अभूतपूर्व काम कर रही है – विज

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर क्षेत्र में सुधार लाना जाती है और लगातार सुधारात्मक कार्य कर रही है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हमारी सरकार अभूतपूर्व काम कर रही है जिसका उदाहरण आज आपके सामने यह अस्पताल है। उन्होंने लोगों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि इसके पुराने भवन को आपने देखा होगा और आज यह सभी सुविधाओं से संपन्न 275 बिस्तर के अस्पताल को समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिन-प्रतिदिन हम व्यवस्था परिवर्तन की ओर अग्रसर हैं क्योंकि हमें 70 साल आजाद हुए हो गए और आज हम उन टूटी-फूटी पुरानी व्यवस्थाओं में नहीं चलना चाहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का 17 जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन करने के लिए तहेदिल से आभार प्रकट किया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल, विधायक धनश्याम दास अरोड़ा, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा, हरियाणा समाज कल्याण बोर्ड की चेयरपर्सन रोजी मलिक आनन्द, जिला परिषद के अध्यक्ष रमेश ठसका, मेयर मदन चौहान, जिला अध्यपूर्व मंत्री कर्ण देव काम्बोज, पूर्व विधायक बलवंत सिंह सढौरा,पूर्व चेयरमैन रमेश्वर चौहान,भाजपा नेता देवेन्द्र चावला, कृष्ण सिंगला, अम्बाला मण्डल की आयुक्त रेणू एस फूलिया, उपायुक्त राहुल हुड्डïा, एसपी मोहित हाण्डा, स्वास्थ्य विभाग की महा निदेशक डॉ. सोनिया त्रिखा खुल्लर, एडीसी आयुष सिन्हा, सीएमओ डॉ. मनजीत सिंह, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. विनोद पुण्डिर, पीएमओ डॉ. पूनम चौधरी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।