SC ने 12 भाजपा MLA को एक साल के लिए निलंबित करने पर महाराष्ट्र सरकार को लताड़ा, बताया ‘असंवैधानिक’

महाराष्ट्र विधानसभा ने पांच जुलाई, 2021 को पारित प्रस्ताव में कथित दु‌र्व्यवहार के लिए भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने एक साल के निलंबन को गलत बताते हुए अपनी टिप्पणी में कहा कि यदि निष्कासन होता है तो उस खाली सीट को भरने की एक प्रक्रिया और व्यवस्था है। एक साल का निलंबन निर्वाचन क्षेत्र के लिए सजा के समान होगा। नियम के मुताबिक, विधानसभा के पास किसी सदस्य को 60 दिन से अधिक निलंबित करने का अधिकार नहीं है। कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 190(4) का हवाला दिया, जो कहता है कि यदि कोई सदस्य सदन की इजाजत के बगैर 60 दिनों तक अनुपस्थित रहता है तो वह सीट खाली मानी जाएगी।

नयी दिल्ली (ब्यूरो) डेमोक्रेटिक फ्रंट :

सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले साल जुलाई में भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित करने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा पर कड़ा प्रहार किया और इस कदम को “निष्कासन से भी बदतर” बताया। न्यायमूर्ति खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति रविकुमार की शीर्ष अदालत की खंडपीठ ने मंगलवार को संविधान के अनुच्छेद 190(4) के तहत विधायकों के निलंबन को असंवैधानिक करार दिया।

“यदि किसी राज्य के विधान मंडल के सदन का कोई सदस्य 60 दिनों की अवधि के लिए सदन की अनुमति के बिना उसकी सभी बैठकों से अनुपस्थित रहता है, तो सदन उसकी सीट को खाली घोषित कर सकता है,” एससी बेंच ने कहा कि तब अध्यक्ष था विवाद को सुलझाया जा सकता था, इस संकट से बचा जा सकता था।

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (11 जनवरी 2022) को महाराष्ट्र विधानसभा द्वारा पिछले साल जुलाई में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित करने के कदम को ‘निष्कासन से भी बदतर’ बताया है। सर्वोच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति रवि कुमार की खंडपीठ ने विधानसभा द्वारा विधायकों के निलंबन के निर्णय को संविधान के अनुच्छेद 190(4) के तहत ‘असंवैधानिक’ बताया है।

बेंच ने कहा, “यदि किसी राज्य के विधान मंडल के सदन का कोई सदस्य 60 दिनों की अवधि के लिए सदन की अनुमति के बिना उसकी सभी बैठकों से अनुपस्थित रहता है तो सदन उसकी सीट को खाली घोषित कर सकता है,” सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने कहा कि अध्यक्ष द्वारा इस विवाद को सुलझाकर इस संकट से बचा जा सकता था।

‘आज 12 है, कल 120 हो सकता है’, सुप्रीम कोर्ट ने मनमाने फैसले के लिए महाराष्ट्र सरकार की खिंचाई की

सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने राज्य को याद दिलाया कि 12 निर्वाचन क्षेत्रों को इतने लंबे समय तक बिना प्रतिनिधित्व के नहीं रखा जा सकता है और इनको प्रतिनिधित्व का अधिकार है। पीठ ने महाराष्ट्र राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि इस तरह की मिसाल पेश करने से लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा। न्यायमूर्ति खानविलकर ने कहा, “आज यह 12 है, कल 120 हो सकता है।”

सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने महाराष्ट्र सरकार के अधिवक्ता और सीनियर एडवोकेट सी आर्यमा सुंदरम के तर्क को मानने से इनकार कर दिया और कहा कि वह एक विधानसभा द्वारा लगाए गए दंड की मात्रा की जांच नहीं कर सकती है। इसके बाद सुंदरम ने राज्य से निर्देश प्राप्त करने के लिए कुछ पीठ से कुछ और समय देने का अनुरोध किया। इसके बाद सुनवाई अगले मंगलवार तक के लिए टाल दी गई।

बता दें कि वरिष्ठ अधिवक्ता सी आर्यमा सुंदरम ने सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र सरकार का प्रतिनिधित्व किया, जबकि निलंबित भाजपा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी, मुकुल रोहतगी, नीरज किशन कौल और सिद्धार्थ भटनागर तर्क प्रस्तुत किए।

महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार ने भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए विधानसभा से निलंबित किया है

बता दें कि महाराष्ट्र में कॉन्ग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की गठबंधन वाली महा विकास अघाड़ी (MVA) की सरकार ने 5 जुलाई 2021 को भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया था। महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिवसीय मानसून सत्र शुरू हुआ था, उस दौरान भाजपा के इन विधायकों पर महाराष्ट्र विधानसभा के पीठासीन सभापति भास्कर जाधव के खिलाफ कथित तौर पर असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाकर यह ऐक्शन लिया गया था।

खबरों के मुताबिक, बीजेपी विधायक पराग अलवानी, राम सतपुते, संजय कुटे, आशीष शेलार, अभिमन्यु पवार, गिरीश महाजन, अतुल भाटखलकर, शिरीष पिंपल, जयकुमार रावल, योगेश सागर, नारायण कुचे और कीर्ति कुमार बगडिया को सदन से निलंबित कर दिया गया था।

निलंबन महाराष्ट्र भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि उन्हें संदेह है कि सदन में संख्या कम करने के लिए एमवीए सरकार ने यह कदम उठाया है। आरोपों से इनकार करते हुए उन्होंने कहा था, “सरकार ने घटना से एक कहानी बनाई और हमारे 12 विधायकों को निलंबित कर दिया। हमारे विधायकों ने स्पीकर को गाली नहीं दी। कुछ गरमागरम बहस हुई, लेकिन सभी विधायकों की ओर से हमारे वरिष्ठ सदस्य आशीष शेलार ने सभापति भास्कर जाधव से माफी माँगी थी। बाद में सरकार हमारे विधायकों को निलंबित करने के लिए यह योजना लेकर आई। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।”

रिपोर्ट के अनुसार, जब सभापति भास्कर जाधव ने भाजपा विधायकों ने बोलने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया तो उन्होंने विपक्ष ने ओबीसी के मुद्दे पर महाराष्ट्र विधानसभा में हंगामा किया था। भाजपा ने लोकसेवा आयोग की लंबित परीक्षाओं और योग्य उम्मीदवारों की नियुक्ति के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव लाने की माँग की थी, लेकिन सभापति ने अनुरोध को ठुकरा दिया था।

मौर्य के अलावा यूपी के कुल 13 विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले हैं: शरद पवार

मंगलवार को कैबिनेट मंत्री स्वामी मौर्य के इस्तीफे के बाद बांदा के तिंदवारी विधानसभा सीट से विधायक ब्रजेश प्रजापति ने त्यागपत्र दे दिया है। इनके अलावा शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर के विधायक भगवती प्रसाद सागर ने इस्तीफा दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षा के कारण में उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी को आगे और झटके लग सकते हैं और कई विधायक व मंत्री समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। मौर्य के अलावा बांदा की तिंदवारसीट से बीजेपी विधायक बृजेश तिवारी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बीजेपी आलाकमान हरकत में आ गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के नाराज नेताओं को मनाने की कवायद शुरू कर दी है।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट – लखनऊ/मुंबई :

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल शुरू हो गई है। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सपा जॉइन कर ली है। इसके बाद तीन विधायकों के इस्तीफे की सूचना आ रही है। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि 13 और विधायक समाजवादी पार्टी जॉइन करने वाले हैं।

शरद पवार ने उत्तर प्रदेश और गोवा विधानसभा चुनाव से पहले अहम बयान देकर हलचल मचा दी है। उन्होंने मुंबई में मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उनकी पार्टी गोवा में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से गठबंधन के लिए बात कर रही है। इसी के साथ उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा से इस्तीफा देने और समाजवादी पार्टी में शामिल होने को लेकर भी बड़ा खुलासा किया। पवार ने कहा कि मौर्य के अलावा यूपी के कुल 13 विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले हैं। बताया गया है कि राकांपा उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लडे़गी। पार्टी अध्यक्ष शरद पवार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ चुनावी मंच भी साझा करेंगे। वे अगले हफ्ते लखनऊ जाएंगे, जहां सपा और अन्य छोटे दलों के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा होगी। 

माना जा रहा है कि भाजपा को हराने के लिए शरद पवार गोवा में भी भाजपा के खिलाफ विपक्षी पार्टियों का गठबंधन बनाने की कोशिश कर सकते हैं। उधर यूपी की स्थिति पर नजर रखकर वे विपक्ष को साथ लाने में भी अहम भूमिका निभाने का मूड बनाते दिख रहे हैं। गौरतलब है कि 2019 में महाराष्ट्र में भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें मिलने के बावजूद शरद पवार ने अपनी पार्टी, शिवसेना और कांग्रेस को साथ लाने का जिम्मा संभाला और राज्य में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार सुनिश्चित की।

पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव को लेकर भी अहम बयान दिया। उन्होंने कहा कि यूपी के लोग अब बदलाव चाहते हैं। हम भी राज्य में बदलाव को देखना चाहेंगे। उन्होंने आगे भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कराने की कोशिश हो रही है। राज्य के लोग इसका मुहंतोड़ जवाब देंगे।”

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 11 January -22

पचंकूला पुलिस नें लडाई झगडा व धमकी देनें के मामलें में आरोपी को किया गिरफ्तार  

पंचकूला – 11 जनवरी 2022

              पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया इन्चार्ज पुलिस चौकी सैक्टर 25 पंचकूला सुखविन्द्र कुमार व उसकी टीम नें लडाई-झगडा के मामलें आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गयें आरोपी की पहचान मधो सिह बिस्मत पुत्र बीर सिह बिस्त वासी हाई लैण्ड सोसाईटी जीरकपुर पंजाब के रुप में हुई ।जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता नें पुलिस चौकी सैक्टर 25 पंचकूला में शिकायत दर्ज करवाई कि वह अपनें पति के साथ मकान को देखने के लिए वहाँ पहुंचे तो हमारे साथ वाले मकान का एक लडका कुता को साथ लेकर नीचें खडा था । जैसें पीडिता मकान को देखनें के लिए जानें लगें तो वह शिकायतकर्ता के साथ झगडा व गल्त व्यवहार गाली गलौच करनें लगा जान से मारने की धमकी दी और कहा यह मकान  भी मेरा हैं। और आगे से यहाँ मत आना मैं तुमे मार दूंगा । जिस बारें पुलिस चौकी सैक्टर 25 पंचकूला में प्राप्त शिकायत पर धारा 323,341,448,506,504 भा0द0स0 थाना चण्डीमन्दिर में मामला दर्ज करके कार्यवाही करते हुए आज दिनांक 11 जनवरी को गिरफ्तार किया गया ।

पंचकूला पुलिस नें 1 किलो 209 ग्रांम गान्जा के मामलें में सलिप्त आरोपी को किया गिरफ्तार

पंचकूला – 11 जनवरी 2022

              पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया पुलिस चौकी सैक्टर 16 पंचकूला की टीम द्वारा 1 किलो 209 ग्राम नशीला पदार्थ गान्जा के मामलें मे सलिप्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपियो की पहचान मनी उर्फ जितेन्द्र पुत्र राकेश कुमार वासी गाँव सदौली जिला कुरुक्षेत्र हाल सैणी विहार फेस-3 बलटाना मौहाली पजाबं के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 06.09.2021 को इन्चार्ज सहित पुलिस चौकी सैक्टर 16 पंचकूला की टीम नें गस्त पडताल करतें हुए सुखदेव उर्फ साहिल पुत्र धूप सिंह वासी हाल राजीव कालोनी सैक्टर 17 पंचकुला को 1 किलो 209 ग्राम गान्जा सहित गिरफ्तार किया गया था आरोपी के खिलाफ थाना सैक्टर 14 पंचकूला में एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके कार्यवाही की गई जिस मामलें आगामी अनुसधान कार्यवाही करतें हुए सलिप्त आरोपी मनी उर्फ जितेन्द्र को गिरफ्तार किया गया ।

पंचकूला पुलिस नें कम्पनी से लोहे शीटें चोरी करनें वालें दो आरोपियो को किया गिरफ्तार

पंचकूला – 11 जनवरी 2022

                     पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि प्रबंधक थाना सैक्टर 20 पंचकूला की टीम नें कम्पनी से लोहें की शीटें चोरी करनें के मामलें में दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपी की पहचान अरविन्द कुमार पुत्र अमरनाथ वासी अमेला जिला काँगरा हिमाचल प्रदेश तथा शमशेर सिह पुत्र रमेश चंद वासी गाँव हठली जिला काँगरा हिमाचल प्रदेश के रुप में हुई । आरोपियो के खिलाफ धारा 381 भा0द0स0 थाना सेक्टर-20 में पंचकुला में मामला दर्ज किया गया ।

पंजाब कांग्रेस और अकाली दल में रहे नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है

देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव-2022 का बिगुल बज चुका है| एक तरफ जहां राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारी कर रही हैं तो वहीं दूजी ओर इन राजनीतिक पार्टियों के अंदर नेताओं के इधर से उधर जाने का सिलसिला भी खूब देखा जा रहा है| अबतक भिन्न-भिन्न पार्टियों के कई नेता एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जा चुके हैं| इधर, यह तस्वीर पंजाब में कुछ ज्यादा देखी जा रही है| पंजाब कांग्रेस और अकाली दल से संबंध रखने वाले कई छोटे-बड़े नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं| वहीं, एक बार फिर से मंगलवार को पंजाब कांग्रेस और अकाली दल में रहे नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है|

किन नेताओं ने ज्वाइन की बीजेपी…

बतादें कि, देश की राजधानी दिल्ली में स्थित पार्टी कार्यालय में पंजाब के कई नेताओं ने भाजपा को ज्वाइन किया| बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत सहित पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं का स्वागत किया| जिन नेताओं ने बीजेपी को ज्वाइन किया – उनमें पूर्व में कांग्रेस नेता और दो बार विधायक रहे अरविंद खन्ना, यूथ अकाली दल में रहे गुरदीप सिंह गोशा, अमृतसर में पूर्व पार्षद रहे धर्मवीर सरीन और एक अन्य नामी हस्ती कंवर सिंह टोहरा जैसे नाम शामिल हैं| इसके अलावा इनके साथ ही और कई लोगों ने भी बीजेपी की सदस्य्ता ली|

गजेंद्र शेखावत का बड़ा बयान…

इस दौरान गजेंद्र शेखावत ने कहा कि पंजाब में बीजेपी की अहमियत बढ़ रही है| लोग बीजेपी में आने को उत्साहित हो रहे हैं| गजेंद्र शेखावत ने पीएम मोदी की सुरक्षा चूक पर बात करते हुए कहा कि यह एक साजिश थी और यह एक काला अध्याय है| लेकिन बीजेपी या पीएम मोदी इससे पीछे नहीं हटने वाले| गजेंद्र शेखावत ने कहा कि कौन कहता है कि फिरोजपुर रैली में लोग नहीं आ रहे थे| गजेंद्र शेखावत ने कहा कि 1000 बसों का इंतजाम किया गया था, लोग पीएम मोदी को सुनने के लिए आतुर थे मगर कुछ साजिशों ने इसे सफल नहीं होने दिया| गजेंद्र शेखावत ने कहा कि पीएम मोदी के साथ जो हुआ उसे लेकर पंजाब, खासकर फिरोजपुर की जनता में गुसा है|

11 कुंडीय गायत्री यज्ञ करवाया

चण्डीगढ़ :

गायत्री परिवार, चण्डीगढ़ की युवा टीम तथा राठ त्रिपट्टी विकास समिति, चण्डीगढ़ द्वारा गढ़वाल भवन, सेक्टर 29 के प्रांगण में 11 कुंडीय गायत्री यज्ञ करवाया गया। यह कार्यक्रम भारत के प्रथम सीडीएस   स्वर्गीय जरनल विपिन रावत और उनके बहादुर साथियों को श्रधांजलि देने तथा प्रभु से कोविड-19 के जल्दी ख़त्म होने एवं विश्व शांति की प्रार्थना के लिए करवाया गया जिसमे गायत्री परिवार, चण्डीगढ़ की युवा टीम के सदस्य दलबीर सिंह भंडारी व शालिनी सरीन एवं अन्य सदस्यों ने गायत्री यज्ञ का शुभारम्भ किया। राठ त्रिपट्टी विकास समिति, चण्डीगढ़ की ओर से  अध्यक्ष हुकमसिंह रावत, प्रधान गजेसिंह असवाल, महासचिव आनन्द सिंह राणा, पूर्व प्रधान रणजीत भंडारी व राम सिंह राणा जी ने इस गायत्री यज्ञ में भाग लिया।

ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਸੈਕਟਰ 17 ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਵਿੱਚ 39 ਖੂਨਦਾਨੀਆਂ ਨੇ ਖੂਨਦਾਨ ਕੀਤਾ

ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ 11 ਜਨਵਰੀ 2022:

 ਕੋਰੋਨਾ ਮਹਾਮਾਰੀ ਕਾਰਨ ਖੂਨ ਦੀ ਕਮੀ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਕਰਨ ਲਈ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਅਤੇ ਇੰਡੀਅਨ ਰੈੱਡ ਕਰਾਸ ਸੋਸਾਇਟੀ ਪੰਜਾਬ ਰਾਜ ਸ਼ਾਖਾ, ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਵੱਲੋਂ ਮੰਗਲਵਾਰ ਨੂੰ ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ  ਸੈਕਟਰ 17, ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਵਿਖੇ ਖੂਨਦਾਨ ਕੈਂਪ ਲਗਾਇਆ ਗਿਆ। ਕੈਂਪ ਵਿੱਚ ਸਮਾਜਿਕ ਦੂਰੀ, ਮਾਸਕ ਅਤੇ ਸੈਨੀਟਾਈਜੇਸ਼ਨ ਦਾ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਧਿਆਨ ਰੱਖਿਆ ਗਿਆ।

ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਦੀ ਜਨਰਲ ਸਕੱਤਰ ਸਾਧਵੀ ਨੀਲਿਮਾ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਬਲੱਡ ਬੈਂਕ ਪੀ.ਜੀ.ਆਈ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਦੀ ਟੀਮ ਨੇ ਡਾਕਟਰ ਮਹਕ ਦੀ ਨਿਗਰਾਨੀ ਹੇਠ 39 ਯੂਨਿਟ ਖੂਨ ਇਕੱਤਰ ਕੀਤਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਲੋਕਾਂ ਵਿੱਚ ਇਹ ਗਲਤ ਧਾਰਨਾ ਹੈ ਕਿ ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਨ ਨਾਲ ਸਰੀਰ ਵਿੱਚ ਕਮਜ਼ੋਰੀ ਆ ਜਾਂਦੀ ਹੈ। ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਨ ਨਾਲ ਕੋਈ ਕਮਜ਼ੋਰੀ ਨਹੀਂ ਆਉਂਦੀ, ਸਗੋਂ ਹਰ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ 90 ਦਿਨਾਂ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਵਾਰ ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ। ਇਹ ਸਰੀਰ ਨੂੰ ਤੰਦਰੁਸਤ ਰੱਖਣ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਲੋੜਵੰਦਾਂ ਦੀ ਮਦਦ ਵੀ ਕਰਦਾ ਹੈ। ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਨ ਵਰਗਾ ਪੁੰਨ ਦਾ ਕੰਮ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡੀ ਸੇਵਾ ਵਿੱਚ ਆਉਂਦਾ ਹੈ।

ਕੈਂਪ ਵਿੱਚ ਖੂਨਦਾਨ ਕਰਨ ਆਏ ਸਾਰੇ ਖੂਨਦਾਨੀਆਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਸ਼ੰਸਾ ਪੱਤਰ ਅਤੇ ਤੋਹਫੇ ਦੇ ਕੇ ਉਤਸ਼ਾਹਿਤ ਕੀਤਾ ਗਿਆ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਇੰਡੀਅਨ ਰੈੱਡ ਕਰਾਸ ਸੁਸਾਇਟੀ ਪੰਜਾਬ ਰਾਜ ਸ਼ਾਖਾ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਤੋਂ ਰਾਕੇਸ਼ ਕੁਮਾਰੀ ਅਤੇ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਫਾਊਂਡੇਸ਼ਨ ਤੋਂ ਕਮਲੇਸ਼ ਦੇਵੀ, ਅਵਿਨਾਸ਼ ਸ਼ਰਮਾ, ਵਿਕਾਸ ਕਾਲੀਆ, ਸ਼ਤਰੂਘਨ ਕੁਮਾਰ, ਵਿਸ਼ਾਲ ਕੁਵਾਰ, ਨੀਰਜ ਯਾਦਵ ਅਤੇ ਹੋਰ ਪਤਵੰਤੇ ਵੀ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ।

Intellectual Property India, 2019-20 released

Chandigarh January 11, 2022

As per the latest ‘Intellectual Property India, 2019-20 Report’, released this month by Ministry of Commerce and Industry, Govt. of India, Punjab filed 1435 patent applications as compared to 660 filed in 2018-19, thus showing 117% increase in patent filings, which is maximum as compared other State of India. This percentage is way high than the 11% increase observed at the national level.  Punjab now occupies the fourth position in the total number of patent filings after Maharashtra (4741), Tamil Nadu (3546) and Karnataka (2230). Amongst Union Territories, Chandigarh tops the patent filing (171). Its tally was only 76 in 2018-19, thus showing a whopping increase of 125%. The other States of the northern region namely, Himachal Pradesh and J&K showed an increase of 29% and 12.5% respectively. However, Haryana showed a decrease by 36% for the same period.   

Analyzing the data at the national level, a total of 56267 patent applications were filed with Indian Patent Office (IPO) during 2019-20. Resident (i.e. Indian applicants) filing was 20843, which is 37.5% of the total filings. The rest of the applications have been filed by Non-Residents (i.e. applicants from other countries) such as USA (8718), Japan (3854), China (3433) and Germany (2065) and others. Computer/Electronics (11,126), Mechanical (10359), Communication (6862), Pharmaceuticals (5622) and Chemical (5198) are the major fields in which patent applications have been filed.

Professor Rupinder Tewari, IPR-Chair Professor at Panjab University, Chandigarh, informed that in 2021, Panjab University (PU) has been ranked first for innovation among government and aided (state-run and deemed) universities under technical category in India in the Atal Rankings of Institutions on Innovation Achievements (ARIIA) by MHRD, GoI. Patents is one of the important components of Innovation Index. During the period 2019-20, PU showed 66% and 100% increase in the patents filed and granted respectively, as compared to the Patent data of 2018-19.

He further shared that a surge in patent filing in the northern region is mainly attributed to enhanced awareness about IP amongst the educationists and scientists of this region. Digitization of the data in IPO and increased hiring of Patent Examiners by the government are the major reasons for the enhanced number of patents being granted annually.

Amongst Scientific Research & Development Organizations, Council of Scientific and Industrial Research (CSIR) is at the top (169). Defence Research and Development Organization (DRDO, 89) and Indian Council of Agriculture Research (ICAR, 40) are ranked number two and three, respectively. Indian Council for Medical Research (ICMR) and Indian Space Research Organization (ISRO) also figure amongst the top ten applicants.

The total number of patents granted during the year 2019-20 was 24936. This figure is 63% more than those granted in 2018-19 (15283). As in the case of patent applications filing, leading fields of inventions in which patents have been granted are Mechanical, Chemical, Communication, Electrical, Computer/Electronics and Pharmaceutical (in descending order).

Induction of Young Communicators Club School of Communication Studies, PU

Chandigarh January 11, 2022

The School of Communication Studies (SCS), Panjab University, induced the Young Communicators Club in collaboration with the Public Relations Council of India (PRCI). The Chief Guests at the event were Mr. Charanjeet Singh ( National Vice-president, PRCI), Mrs. Renuka Salwan (North Regional Head, PRCI), and Mr. Vivek Atray (Chairman, PRCI Chandigarh Chapter).

Mrs. Renuka Salwan explained the role, attributes, and relation of the YCC with the PRCI. She emphasized developing public relations and media aspects of event management. She stressed the dissemination of the information after the event has elapsed and how YCC would help the students develop these skills.

Mr. Charanjeet Singh congratulated the faculty members and the YCC Executive Committee for the induction of the club. He encouraged the students with his wise words saying they need to develop and improve the skills required for the opportunities that will knock on their doors. He also added that youngsters have the ability to bring the necessary change in society.

The Chairman of PRCI, Mr. Vivek Atray, said, “To counter our own lack of confidence is a battle to be won. To project ourselves as an inspiration, to be knowledgeable and to share that knowledge is something that should be our goal”.

The students of the department interacted with the guests and asked questions around the public relations, communication, and media industry as a whole. This was followed by an activity raising awareness about World Braille Literacy month. The celebration concluded with a quiz activity related to the facts revolving around the occasion.

Special drive of spraying disinfectant  was undertaken at Panjab University campus

            A special drive of spraying disinfectant  was undertaken at Panjab University campus, Chandigarh. This drive covered the sentization of Emerging Areas building, near students center and various other construction sites of sectors- 14, Panjab University campus. The said drive was executed by the students of Centre for Social Work namely Babita Sharma, Aashima Kajla, Robin Choudhary, Arpna Rattu and Aditya Sharma.

Chandigarh January 11, 2022

            A special drive of spraying disinfectant  was undertaken at Panjab University campus, Chandigarh. This drive covered the sentization of Emerging Areas building, near students center and various other construction sites of sectors- 14, Panjab University campus. The said drive was executed by the students of Centre for Social Work namely Babita Sharma, Aashima Kajla, Robin Choudhary, Arpna Rattu and Aditya Sharma.

            Gaurav Gaur, Chairperson, Centre for Social Work shared that, this initiative was undertaken by this team of students on a purely voluntary basis. This drive was initiated in the morning from the top floor of the Emerging Areas Building where seven  different departments are operational.  All the departments were senitized first and then the team of volunteers went to the senitize the hutments of all the migrant construction workers at different locations of the Panjab University campus. While doing this work Aditya said that “we are always there to act as the frontline workers and do the best whatever we can do for others”. Babita Sharma, research scholar participating in it said  “it is very important to do such a drive  on regular intervals, and to reach out to the unreachable”. The faculty members and all other staff members from all departments appreciated these efforts from the Centre for Social Work at this need of the hour.

आआपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व पर करोड़ों में टिकट बेचने के आरोप लगाए हैं

  • अगर पंजाब के युवाओं और पंजाबियों को आआपा के केंद्रीय नेतृत्व ने धोखा दिया तो हम सड़कों पर उतरेंगे: गुरतेज सिंह पन्नू
  • आआपा नेताओं ने आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के लिए गलत लोगों को चुनने को लेकर पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बगावत कर दी है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट(ब्यूरो), चंडीगढ़ :

पंजाब विधानसभा चुनाव में आआपा (आम आदमी पार्टी) पर करोड़ों रुपए लेकर टिकट बेचने के इल्जाम लग रहे हैं। और ये आरोप लगाने वाला विरोधी पार्टी के लोग नहीं, बल्कि आआपा के ही कार्यकर्ता हैं। चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता करते हुए आआपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व पर करोड़ों में टिकट बेचने के आरोप लगाए हैं। साथ ही माँग की है कि पार्टी को अ

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फ़िलहाल कोरोना से पीड़ित हैं और हाल ही में उन्होंने चंडीगढ़ में नगरपालिका चुनाव में अच्छे प्रदर्शन बनने के बाद वहाँ विजय यात्रा निकाली थी। आरोप लगे थे कि कोरोना के लक्षण आने के बावजूद उन्होंने रैलियाँ की और लोगों से मिलते-जुलते रहे। अब उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के अपनी ही पार्टी की पोल खोल रहे हैं। करोड़ो रुपए लेकर टिकट बेचने के आरोप लगाए जा रहे हैं। यही है उनकी ‘बदलाव’ वाली राजनीति?

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चंडीगढ़ में AAP से कम सीटें होने के बावजूद भाजपा अपना मेयर बनाने में कामयाब रही, जिसके लिए भी आआपा कार्यकर्ता पार्टी के अंदरूनी कलह को दोषी ठहरा रहे हैं। ‘शिरोमणि अकाली दल (SAD)’ ने भी आआपा पर टिकट बेचने के आरोप लगाए हैं। पार्टी के प्रवक्ता दिलजीत सिंह चीमा ने कहा कि चुनाव आयोग को इस मामलों का संज्ञान लेकर मामला दर्ज करने का आदेश देना चाहिए। आआपा ने अपने पैम्प्लेट्स में अन्य दलों से पैसे लेकर उसे वोट देने की सलाह लोगों को दी है। अब यह नीति खत्म कर देना चाहिए। पार्टी के मोहाली जिला के युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गुरतेज सिंह पन्नू और उपाध्यक्ष शीरा भाणबौरा ने प्रेस वार्ता करते हुए अपनी बात रखी।

चीमा ने कहा, “ये स्पष्ट है कि पार्टी के टिकट्स बेच कर अरविन्द केजरीवाल खुद को अमीर बना रहे हैं। आआपा यही मॉडल हर जगह फॉलो कर रही है, इसीलिए जहाँ-जहाँ वो चुनाव लड़ रही है वहाँ टिकट्स बेचे जा रहे हैं। विपक्षी नेताओं के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये करोड़ों रुपए का घोटाला है, जिसकी पोल उच्च-स्तरीय जाँच के बाद ही खुल सकती है। वो चुनाव में अमीरों पर दाँव लगा रहे हैं। उनका दिल्ली मॉडल पूर्णरूपेण फ्लॉप है, इसीलिए पंजाब की जनता को दिखाने के लिए उनके पास कुछ नहीं है।”

नेताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में वे केजरीवाल और आप की दिल्ली इकाई के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करेंगे।

आआपा नेताओं ने उन 13 उम्मीदवारों की सूची भी पेश की, जिन्हें निर्वाचन क्षेत्रों में योग्य टिकट उम्मीदवारों की अनदेखी कर टिकट दिया गया है। नेताओं ने कहा कि इनमें से ज्यादातर लोग हाल ही में अन्य पार्टियों से आप में शामिल हुए थे और उद्योगपति हैं न कि आम लोग। नेताओं ने केजरीवाल और राघव चड्ढा से पूछा है कि किस आधार पर इन लोगों को टिकट दिया गया है?

S.NoName ConstituencyParty
1Kulwant SinghMohali SAD
2Sukhjinder Singh Lalli MajhitiaMajhitiaCongress
3Dinesh DhallJalandhar NorthCongress
4Amit Ratan KotfattaBathinda RuralSAD
5Sheetal AngralJalandhar WestBJP
6Raman BehlGurdaspurCongress
7Jagroop Singh SekhwaQuadianSAD
8Ranjit RanaBhulathCongress
9Gurmeet KhudianLambiCongress
10Madan Lal BaggaLudhiana NorthSAD
11Laddi DhosDharamkotCongress
12Inderjit Kaur MannNakodarSAD
13Vibooti SharmaPathankotCongress

बता दें कि हाल ही में प्रेस क्लब में राघव चड्ढा की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कॉन्ग्रेस के पूर्व पार्षद दिनेश ढल को पार्टी में शामिल करवाया जाना था, लेकिन टिकट बँटवारे को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान पंजाब के सह-प्रभारी के खिलाफ ‘राघव चड्ढा चोर है’ के नारे लगाए गए। बात यहीं तक रहती तो गनीमत होती, लेकिन मामला इतना बढ़ गया कि लोगों के बीच जमकर मारपीट भी हो गई। टिकट बँटवारे को लेकर करीब 45-50 मिनट हुए बवाल के बाद राघव चड्ढा को पिछले दरवाजे से बाहर भागना पड़ा।