रैली रद्द होने का कारण ख़ाली कुर्सियाँ रहीं: रणदीप सुरजेवाला

रैली में कम भीड़ आई इसलिए रैली रद्द हुई। सुरजेवाला ने कई ट्वीट किए। उन्होंने अपने ट्वीट में रैली स्थल का एक वीडियो साझा किया और दावा किया कि, “प्रिय नड्डा जी, रैली रद्द होने का कारण खाली कुर्सियां रहीं। यकीन न हो तो, देख लीजिए। और हां, बेतुकी बयानबाज़ी नहीं, किसान विरोधी मानसिकता का सच स्वीकार कीजिए और आत्म मंथन कीजिए। पंजाब के लोगों ने रैली से दूरी बनाकर अहंकारी सत्ता को आईना दिखा दिया है।”

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भीड़ नहीं आई तो सुरक्षा में चूक का बहाना बनाकर इस जनसभा को रद्द किया गया।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि आरोप-प्रत्यारोप करने की बजाय बीजेपी और प्रधानमंत्री को अपने ‘किसान विरोधी रुख’ पर आत्ममंथन करना चाहिए और प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को धूमिल नहीं करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि सड़क मार्ग का उपयोग करना प्रधानमंत्री के पहले से तय कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था और खुद मोदी ने सड़क मार्ग से जाने का फैसला अचानक किया।

इससे पहले, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पंजाब की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया और आरोप लगाया कि आगामी विधानसभा चुनाव में हार के डर से उसने प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों को विफल करने के लिए हरसंभव कोशिश की।

गौरतलब है कि विरोध प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री पंजाब में 15 से 20 मिनट तक एक फ्लाइओवर पर फंसे रहे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में गंभीर चूक माना है और राज्य सरकार से इस मामले में रिपोर्ट तलब की है।

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘बीजेपी पंजाब और अन्य राज्यों में हार तय देखकर ऐसे हथकंडे अपना रही है जो प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देता। आज पंजाब में कुर्सियां खाली थीं, लोग नहीं पहुंचे थे। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बीजेपी को लेकर किसानों और आम लोगों में विरोध है. ऐसे में बीजेपी की ओर से ऊल-जलूल बातें की जा रही हैं।’

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री को बठिंडा से फिरोजपुर तक हेलीकॉप्टर से जाना था. उनका सड़क मार्ग से जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था। जब प्रधानमंत्री को पता चला कि भीड़ नहीं आई तो उन्होंने अचानक से सड़क मार्ग से जाने का निर्णय कर लिया। ऐसे में वहां आनन-फानन में सुरक्षा को लगाया गया। वैसे भी, बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी पहले से ही रैली के लिए तैनात थे।’

उन्होंने सवाल किया, ‘कुछ सौ किसान प्रदर्शन कर रहे थे तो क्या उन्हें गोली मार देनी चाहिए थी?’

सुरजेवाला ने कहा, ‘प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई. प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने में 15 मिनट का समय लग गया। ऐसे में प्रधानमंत्री को बहाना मिल गया… रैली में भीड़ नहीं आई तो सुरक्षा में चूक का बहाना बनाकर रैली को रद्द कर दिया गया।’

उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने सड़क मार्ग से जाने का फैसला अचानक किया तो इसका दोष पंजाब सरकार पर नहीं डाला जा सकता।

उन्होंने कहा, ‘आप रैली करिए लेकिन जब भीड़ नहीं आए तो बहाना बनाकर आरोप मत लगाइए. उत्तर प्रदेश में हार तय देखकर फायदा उठाने की कोशिश मत करिए।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कांग्रेस ने अपने दो प्रधानमंत्री खोए हैं। हमें प्रधानमंत्री की सुरक्षा का पूरा ध्यान है। हम प्रधानमंत्री जी से कहते हैं कि आप रैली करिए। हमारी राज्य सरकारें पूरा सहयोग देंगी लेकिन आधारहीन आरोप नहीं लगाया जाए।’

उन्होंने कहा ‘प्रधानमंत्री की रैली में 10,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे, एसपीजी और दूसरी एजेंसियों के साथ समन्वय करते हुए सुरक्षा के पूरे प्रबंध किए गए थे हरियाणा/राजस्थान से आने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं की सभी बसों के लिए भी रूट बनाया गया था।’

उन्होंने कहा, ‘किसान मजदूर संघर्ष समिति प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर विरोध कर रही थी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उनके साथ दो दौर की बातचीत भी की थी।’

सुरजेवाला ने कहा, ‘क्या आप (नड्डा) जानते हैं कि किसान प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? उनकी मांग है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए, किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएं, आंदोलन में जान गंवाने वाले 700 किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर जल्द फैसला हो।’

मोदी जी, जोश कैसा है?

वहीं यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कई ट्वीट कर पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर कई सवाल किए। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि मोदी जी, जोश कैसा है?

उन्होंने एक और ट्वीट किया कि ‘प्रदर्शनकारियों के हाथों में BJP का झंडा क्यों था? श्रीनिवासन ने ट्वीट किया अगर ये लोग प्रदर्शनकारी थे तो हाथों में BJP का झंडा क्यों था? अगर पंजाब पुलिस ने इन्हें नही रोका तो फिर केंद्र सरकार के अधीन आने वाली SPG सुरक्षा ने इन्हें गाड़ी के करीब क्यों आने दिया, IB के अधिकारी कहां थे? ये मोदी जिंदाबाद के नारे क्यों लगा रहे थे?’

बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पीएम मोदी के फिरोजपुर जिले के दौरे से वापस लौटने के कारण खेद जताया है। उन्होंने कहा कि पीएम को पंजाब से वापस लौटना पड़ा इसका उन्हें काफी दुख है।

शाश्वत गरीब ही चुनावी उत्सव रौनक

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़:

“लोकतंत्र में सरकार लोगों की, लोगों के लिए और लोगों के द्वारा” होती है कहें तो यह मात्र एक जुमला है जो कि उस समय लोकप्रिय नेता द्वारा छोड़ा गया। जुमलों का बाज़ार आज भी गर्म है।

तुम हमें वोट दो;
हम तुम्हें … लैपटॉप देंगे ……सायकिल देंगे…स्कूटी देंगे …..मुफ्त की बिजली देंगे …… लोन माफ कर देंगे
..कर्जा डकार जाना, माफ कर देंगे … ये देंगे .. वो देंगे … वगैरह, वगैरह।

क्या ये खुल्लम खुल्ला रिश्वत नहीं?

काला धन वापिस लाएंगे, भ्र्ष्टाचार मुक्त भारत बनाएंगे।

एक दक्षिण भारतीय फिल्म टेलीविजन पर प्रसारित हो रही थी जिसमे पैराशूट उम्मीदवार को अपने द्वारा किए गए कामों की फरहिस्त देने की ज़रूरत नहीं न उसे आम जनता के बीच जाने की ही कोई ज़रूरत नेता जी जब भी दिखाई देते हैं गाड़ी में बैठते हुए या उतरते समय या कोई फरियादी सामने आ जाए तो हज़ार रदो हज़ार रुपये से उसकी मदद करते। उचित समय यानि चुनावी दिनों में पाँच सौ के एक या दो दो नोट, एक बोतल, बीस किलो आटा, दस किलो चावल और स्वादानुसार कुछ मीठी बातें।
पिछले दो चुनावों के दौरान देखा गया उम्मीदवारों ने घर घर अपनी तस्वीर वाले प्रेशर कुकर, दीवार घड़ियां, सिलाई करने वाले लोगों को अपनी फोटो छपी मशीनें, रेहड़ी फड़ी वालों को अपनी तस्वीरों वाली छतरियां बाँटी गईं।
हम अब भी उम्मीद करते हैं कि इन सब प्रलोभनों से चुनाव निष्पक्ष होंगे।

वोट के लिए क्या आप कुछ भी प्रलोभन दे सकते हैं?
ये जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा है लेकिन आम जनता इस ओर सोचती ही नहीं।

मध्यमवर्ग खुश हो जाता है डी ए की किश्त से। वो नहीं समझ रहा कि वह भर भर कर टैक्स चुका रहा है, महंगा पेट्रोल खरीद रहा है , महंगाई की मार झेल रहा है डिफाल्टर की कर्जमाफी… फोकट की स्कूटी…हराम की बिजली…हराम का घर…दो रुपये किलो गेंहू…एक रुपया किलो चावल…चार से छह रुपये किलो दाल…

गरीब हैं, थोकिया वोट बैंक हैं, इसलिए फोकट खाना, घर, बिजली, कर्जा माफी दिए जा रहे हैं,
बाकी लोग किस बात की सजा भोगें ?

जबकि होना ये चाहिये कि टैक्स से सर्वजनहिताय काम हों,
देश के विकास का काम हों,सड़कें, पुल दुरुस्त हों,रोजगारोन्मुखी कल कारखानें हों, विकास की खेती लहलहाती हो,
तो सबको टैक्स चुकाना अच्छा लगता.. ।

लेकिन राजनीतिक दल देश के एक बहुत बड़े भाग को शाश्वत गरीब ही बनाए रखना चाहते हैं। उसके लिए रोजगार सृजन के अनूकूल परिस्थिति बनाने की बजाए तथाकथित सोशल वेलफेयर की खैराती योजनाओं के माध्यम से अपना अक्षुण्ण वोट बैंक स्थापित कर रहे हो।

कर्मशील देश के बाशिन्दों को तुरंत कानून लाकर कुछ भी फ्री देने पर बंदिश लगाई जाए ताकि देश के नागरिक निकम्मे व निठल्ले न बने।

जनता को सिर्फ न्याय,शिक्षा व चिकित्सा के अलावा और कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलनी चाहिए। तभी देश का विकास संभव है ।
जनसंख्या कंटरोल बिल का क्या बना इस पर भी जनता को पूछना चाहिए।
सोचने की शक्ति को पथभ्रष्ट करने की हर सम्भव कोशिश की जाती है भले ही सत्तासीन दल हो या फिर विपक्ष। चाहे टी वी के डिबेट शो हों या सोशल मीडिया दोनो ही असल मुद्दों से भटकाव के कामों में इस्तेमाल हो रहे हैं जाँचेंगे तो इसके पीछे भी राजनीतिक षड्यंत्र और बड़ा आर्थिक झोल दिखेगा।
डिजिटल इंडिया के नाम पर हाथ हाथ मे स्मार्ट फोन और प्रोग्राम्ड सोच और आसान बनती दलों की पावर शेयरिंग की सुरंग रूपी डगर ।

Panchang

पंचांग, 06 जनवरी 2022

हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है। इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग की आवश्यकता पड़ती है जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें। आइए पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल, भद्रा, पंचक, प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः पौष़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्थी दोपहर 12.30, तक है,

वारः गुरूवार।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

 नक्षत्रः शतभिषा प्रातः 06.21 तक है, 

योगः सिद्धि अपराहन् काल 03.24 तक, 

करणः विष्टि, 

सूर्य राशिः धनु,  चंद्र राशिः कुम्भ, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.19,  सूर्यास्तः 05.35 बजे।